
इस समय चीन मे एचएमपवी का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है। इस रोग को लेकर सावधानी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से श्वसन संक्रमण रोकने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये है। हलांकि महाराष्ट्र मे इस संक्रमण का एक मामला अभी नही आया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एचएमपीवी गंभीर श्वसन संबंधि रोग है। यह एक मौसमी बीमारी भी है। यह ज्यादातर बच्चों बुजुर्गों एवं कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालो को होता है। यह संक्रमण सामान्य फ्लू जैसा और गंभीर भी हो सकता है। इसके बचाव के लिए-:खांसते छींकते समय मुंह नाक को ढांक कर रखना चाहिए। अपने हाथों को समय समय पर साबुन से धोते रहना चाहिए। सेनेटाइजर का उपयोग करने चाहिए। बुखार अथवा खांसी छींक आने पर सार्वजनिक स्थानों से दूर ही रहना चाहिए। पानी अधिक से अधिक पीना चाहिए। बीमार लोगों के संपर्क से बचना चाहिए। क्या नही करना चाहिए-: बार-बार दूसरे लोगों से हाथ नही मिलाना चाहिए। आंख कान नाक मुंह को बार बार हाथ नही लगाना चाहिए। सार्वजनिक स्थलों पर थूकना नही चाहिए। बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवाई नही लेना चाहिए। इस संक्रमण के होने पर तेज सांस चलना, आक्सीजन की कमी अथवा आस्थमा का बढ़ना बुखार आना ज्यादा ठंड महसूस होना आदि लक्षण दिखते है। इस संक्रमण का उपचार केवल सहायक उपायों तक ही सीमित है। फिलहाल इस संक्रमण की कोई एंटीवायरल दवा नही है। अतः सावधानी बहुत जरूरी है।